पुरुष और मासिक धर्म
काले पॉलीथिन में सैनिटरी नैपकिन मिलने से लेकर पीरियड्स पर नाखून न काटने तक, हमने यह सब देखा है। मेरा शरीर जिसे स्वयं भगवान ने ध्यान से बनाया है, लोग मुझे उनके ही घर में उनका आशीर्वाद लेने की अनुमति क्यों नहीं देते, जब मेरा बस खून ही तो बह रहा है? इन सभी चौंका देने वाली बातों और बाधाओं के खिलाफ, महिलाओं ने आज की तारीक मै पितृसत्ता को ध्वस्तकर दिया है और इन गलतफ़हमी पर एक रुकाव डाल दी है। हालाँकि, यह इतनी लंबी यात्रा थी कि, महिलाओं को अभी हाल ही में मासिक धर्म के बारे में कड़वा सच पता चला है कि पुरुषों को पूरी तरह से दोष नहीं दिया जा सकता है।
यह समझने के लिए कि वास्तव में हमारे 'मजबूत समकक्षों' के दिमाग में क्या चल रहा है, मैंने हर क़िस्म के पुरुष का एक इंटर्व्यू आयोजित किया। मेरे एक दोस्त ने मुझे चौंक डाला, जब उसने बताया कि उसके दादाजी को अब तक पीरियड्स के बारे में पता नहीं था जब तक कि उनका प्रोस्टेट ऑपरेशन नहीं हुआ था जिसके वजह से अत्यधिक रक्तस्राव को प्रबंधित करने के लिए उनको पैड पहनना पड़ा।ऐसा इसलिए है, क्योंकि अधिकांश महिलाओं ने वास्तव में अपनी आवाज कभी नहीं उठाई।

अपनी शालीनता बनाए रखने के लिए महिलाएं खुद की उपेक्षा करती हैं। 'गरीबी के वजह से, मेरी माँ को पैड के बजाय कपड़े का उपयोग करना पड़ता है', इसका जवाब मेरे ड्राइवर के बेटे ने दिया। मेरे शरीर पर त्वचा इतनी ठंडी और सुन्न महसूस हुई जब मेरी बिल्डिंग के एक 20 वर्षीय दुकानदार ने पीरियड्स के बारे में पूछे जाने पर पूछा कि क्या यह वह समय है जब महिलाएं नीले रंग का खून बहाती हैं, जैसा कि विज्ञापनों में दिखाया गया है।
हम ऐसे समय में जी रहे हैं, जिसमें सोशल मीडिया के कारण इतनी सारी गलतफहमियां पैदा होती हैं, जो कभी-कभी हमें अपने मौजूदा ज्ञान पर सवाल उठाती हैं, इसलिए मासिक धर्म के बारे में झूठी छवियों वाले लोगों को पूरी तरह से दोष नहीं दिया जा सकता है। कुछ पुरुषों को 'महीने के उस समय' के पीछे का कारण भी नहीं पता, मेरे साक्षात्कार में 15% लोगों ने सोचा कि यह फैलोपियन ट्यूब की क्षति के कारण है, 30% लोगों ने सोचा कि यह अंडाशय के फटने के कारण है और क्या नहीं।
वास्तव में आदमी ने यह कभी महसूस ही नहीं किया कि पीरियड्स क्या है, क्यों है और कैसे होता है।
यदि केवल सभी को इस प्रक्रिया के बारे में सही-अनफ़िल्टर्ड ज्ञान हो जो अभी दुनिया भर में 17% महिलाओं के साथ हो रही है, जब आप इसे पढ़ रहे हैं, तो महिलाओं के लिए जीवन सही में बहुत आसान होगा।
लेखक: वसुंधरा